Collection of non-latin scripts
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Object number52
TitleCollection of non-latin scripts
Description1. Persian
خداى را سپاس كه رحمتش را جاى نوميدى نيست،
و نعمتش فراگير است،
به آمرزشش يأس راه ندارد،
و در بندگيش عار و ننگ نمى باشد.
خدايى كه رحمتش زايل نمى گردد، و نعمتش مفقود نمى شود...
سلسله موی دوست
2. Farsi
سلام دوستان، در نظر دارم کاری کنیم که تعداد لایک های پیج بیشتر بشه و بالاتر بره پیشنهاد شما چیه؟
هدف من بیشتر آشنایی مردم جهان با زبان فارسی و همچنین آشنایی با کشورهای فارسی زبان/دارای ساکنین فارسی زبان بخصوص ایران هستش
3. Urdu
اگرچہ معنی کم ہوتے ہے اردو میں
الفاظ کی افراط ہوتی ہے
مگر پھر بھی، بلند آواز پڑھیے تو بہت ہی معتبر لگتی ہیں باتیں
کہیں کچھ دور سے کانوں میں پڑتی ہے اگر اردو
تو لگتا ہے کہ دن جاڑوں کے ہیں کھڑکی کھلی ہے، دھوپ اندر آ رہی ہے
عجب ہے یہ زباں، اردو
4. Sanskrit (Devanagari Script)
ललितादिव्यसहस्रनामस्तोत्रम् । इस देवीस्वरूपा कन्या के मुखारविन्द से निस्सृत वाग्धारा के रसास्वादन से आपको नि:सन्देह अंत:करण से परम शान्ति मिलेगी।
5. Marathi/Mewari/Marwadi/Gujarati (Devanagari Script)
एखादी संस्था ज्यावेळी आपल्या अस्तित्त्वाची 200 वर्ष पूर्ण करते तेंव्हा अशा घटनेला आपले म्हणून काही असे सामाजीक मोल असते. भविष्यात साक्षेपीपणाने ज्यावेळी महाराष्ट्राची पत जोखण्याचा प्रयत्न केला जाईल त्यावेळी या संस्थेच्या इतिहासाच्या अंतरंगात शिरून बरेच काही प्राप्त करता येऊ शकते.
आज दिनांक 6 ऑक्टोबर 2020 रोजी महाराष्ट्रातील ही संस्था आपल्या द्विशतकीय वर्षात प्रवेश करती आहे.
6. Odia
ସେ ସୁନ୍ଦରୀ ସେ ନୀଳପରୀ
କରିଦେଲା କି ଯାଦୁଗରୀ
ନୀଦ ଏ ଆଖିରୁ ହଜେଇ
ହୃଦୟ ରେ ଅଶାନ୍ତି ଭରି ... (୨)
ମୁଁ ବିଚରା ପ୍ରେମୀ ହେଇ
ଚାହିଁବି ରେ ଆଉ କାହାକୁ?
7. Gurumukhi
ਧੰਨੁ ਸੁ ਕਾਗਦੁ ਕਲਮ ਧੰਨੁ ਧਨੁ ਭਾਂਡਾ ਧਨੁ ਮਸੁ ।।
ਧਨੁ ਲੇਖਾਰੀ ਨਾਨਕਾ ਜਿਨਿ ਨਾਮੁ ਲਿਖਾਇਆ ਸਚੁ ।।
ਬਹੁਤ ਬਹੁਤ ਧੰਨਵਾਦ ਜੀ ਸਾਰਿਆਂ ਦਾ ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਨੇ ਇਸ ਦੂਜੀ ਗੁਰਮੁਖੀ ਕਲਾਸ ਵਿੱਚ ਹਿੱਸਾ ਲਿਆ ।।
8. Arabic
أَأَنتَ أَم أَنا هَذا في إِلَهَينِ
حاشاكَ حاشاكَ مِن إِثباتِ اِثنَينِ
هُوِيَّةٌ لَكَ في لائِيَّتي أَبَداً
كُلّي عَلى الكُلِّ تَلبيسُ بِوَجهَينِ
فَأَينَ ذاتُكَ عَنّي حَيثُ كُنتُ أرى
فَقَد تَبَيَّنَ ذاتي حَيثُ لا أَيني
فَأَينَ وَجهُكَ مَقصوداً بِناظِرَتي
في باطِنِ القَلبِ أَم في ناظِرِ العَينِ
بَيني وَبَينَكَ إِنِيٌّ يُنازِعُني
فَاِرفَع بِلُطفِكَ إِنِيِّ مِنَ البَينِ
9. Chinese
十年生死两茫茫,不思量,自难忘。
千里孤坟,无处话凄凉。
纵使相逢应不识,尘满面,鬓如霜。
夜来幽梦忽还乡,小轩窗,正梳妆。
相顾无言,惟有泪千行。
料得年年肠断处,明月夜,短松冈。10. Russian
Я вас любил: любовь еще, быть может,
В душе моей угасла не совсем;
Но пусть она вас больше не тревожит;
Я не хочу печалить вас ничем.
Я вас любил безмолвно, безнадежно,
То робостью, то ревностью томим;
Я вас любил так искренно, так нежно,
Как дай вам бог любимой быть другим.11. Greek
Οἱ δὲ Φοίνιϰες οὗτοι οἱ σὺν Κάδμῳ ἀπιϰόμενοι.. ἐσήγαγον διδασϰάλια ἐς τοὺς ῞Ελληνας ϰαὶ δὴ ϰαὶ γράμματα, οὐϰ ἐόντα πρὶν ῞Ελλησι ὡς ἐμοὶ δοϰέειν, πρῶτα μὲν τοῖσι ϰαὶ ἅπαντες χρέωνται Φοίνιϰες· μετὰ δὲ χρόνου προβαίνοντος ἅμα τῇ ϕωνῇ μετέβαλον ϰαὶ τὸν ϱυϑμὸν τῶν γραμμάτων. Περιοίϰεον δέ σϕεας τὰ πολλὰ τῶν χώρων τοῦτον τὸν χρόνον ῾Ελλήνων ῎Ιωνες· οἳ παραλαβόντες διδαχῇ παρὰ τῶν Φοινίϰων τὰ γράμματα, μεταρρυϑμίσαντές σϕεων ὀλίγα ἐχρέωντο, χρεώμενοι δὲ ἐϕάτισαν, ὥσπερ ϰαὶ τὸ δίϰαιον ἔϕερε ἐσαγαγόντων Φοινίϰων ἐς τὴν ῾Ελλάδα, ϕοινιϰήια ϰεϰλῆσϑαι.
Object namemanuscript
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